राजमाता पर फिल्म के मायने

ग्वालियर के सिंधिया राजवंश की आखिरी राजमाता विजयाराजे सिंधिया ने लोगों के दिलों पर बरसों राज किया। राजपथ से लोकपथ का उनका यह सफर भी रजिया सुल्तान बनी बॉलीवुड की ड्रीमगर्ल हेमा मालिनी अब परदे पर जीवंत करने जा रही हैं। 'एक थी रानी ऐसी भी' नामक फिल्म में हेमा राजमाता का किरदार निभाएंगी, तो उनके पति जीवाजीराव सिंधिया का किरदार विनोद खन्ना निभाएंगे। यह फिल्म गुलबहार सिंह के निर्देशन में बनने वाली है। इस फिल्म का मुहुर्त पिछले दिनों मुंबई में हो चुका है और जल्द ही इस फिल्म की शुटिंग शुरु हो जाएगी। त्याग, सादगी और सेवा की प्रतिमूर्ति अम्मा महाराज के जीवन पर बनने वाली इस फिल्म को लेकर लोगों की उत्सुकता स्वाभाविक है, क्योंकि ग्वालियर की यह अंतिम महारानी हमेशा ही सुर्खियों में रही। फिर चाहे बात मध्यप्रदेश की राजनीति की हो, या फिर अपने पुत्र और कांग्रेस के कद्दावर नेता माधवराव सिंधिया से उनके संबंधों की।
राजमाता की भूमिका मेरा सौभाग्य-हेमा
हेमा ने कहा-‘मैं बहुत खुश हूं कि राजमाता के इस किरदार को मैं परदे पर जियूंगी। मेरे लिए यह बहुत सम्मान की बात है। वह भारतीय जनता पार्टी की संस्थापक थी और मैं आज उसी पार्टी की सदस्य हूं। ये मेरे लिए बहुत सौभाग्य की बात है कि मैं इस किरदार को कर रही हूं।’ हेमा ने बताया कि मैंने काफी समय राजमाता के परिवार के साथ बिताया है। उनके सुपुत्र माधवराव सिंधिया मेरे अच्छे मित्रों में से एक थे। फिर भी मुझे लगता है कि इस किरदार के लिए मुझे कड़ी मेहनत की जरूरत पड़ेगी। इससे पहले मैं रजिया सुल्तान और मीरा जैसे चरित्रों को परदे पर जी चुकी हूं और ये दोनों चरित्र मेरे दिल के बहुत करीब हैं। मैं बस इतना चाहती हूं कि मैं अपने इस किरदार के साथ न्याय कर पाऊं और राजमाता की सच्ची तस्वीर परदे पर पेश कर सकूं । उत्साहित ड्रीमगर्ल ने बताया कि वह पिछली बार ग्वालियर महोत्सव में बेटी अयाना के साथ सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत करने गई थी। इस फिल्म को लेकर मैं शीघ्र ही ग्वालियर जाऊंगी और राजमाता से जुड़ी यादों के सहारे अपने अभिनय को जीवंत करने का प्रयास करूंगी।
भले ही देश में लोकतंत्र हो, पर परंपराओं व ग्वालियर के जयविलास परिसर में जीवित सिंधिया राजवंश के महाराज ज्योतिरादित्य सिंधिया की इस फिल्म को लेकर फिलहाल कोई टिप्पणी सामने नहीं आई है। हालांकि मुंबई में फिल्म के मुहुर्त पर राजमाता की पुत्रियों वसुंधराराजे और यशोधराराजे भंसाली भी उपस्थित रहीं। दर्शकों को यह उम्मीद कम ही करनी चाहिए कि उन्हें विजयाराजे सिंधिया की जिंदगी के कड़वे सच भी इस फिल्म में देखने को मिलेंगे, क्योंकि फिल्म को विजयाराजे ट्रस्ट ही फाइनेंस कर रहा है।

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